मध्यप्रदेश वक्फ बोर्ड की एडवाइजरी: खुले में कुर्बानी और सड़कों पर नमाज से बचें
मध्यप्रदेश वक्फ बोर्ड ने ईद उल अजहा को लेकर एक अहम एडवाइजरी जारी की है। बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि कुर्बानी सिर्फ उन्हीं जगहों पर होनी चाहिए जो पहले से निर्धारित हों, और किसी भी हालत में खुले स्थानों पर या सड़कों पर कुर्बानी नहीं की जाए। साथ ही, कुर्बानी के वीडियो या ऑडियो सोशल मीडिया पर शेयर करने से बचने की सलाह दी गई है ताकि धार्मिक भावनाओं का सम्मान बना रहे।
कुर्बानी के लिए खास नियम और निर्देश
वक्फ बोर्ड ने यह भी कहा है कि कुर्बानी की जगहों को चारों तरफ से दीवार या टीनशेड से बंद रखा जाए और वहां आवश्यक दवाओं का छिड़काव किया जाए ताकि साफ-सफाई और स्वच्छता बनी रहे। बोर्ड ने यह भी निर्देश दिया है कि प्रतिबंधित जानवरों की कुर्बानी पूरी तरह से प्रतिबंधित रहे और सरकार के नियमों का पालन सख्ती से किया जाए।
कुर्बानी के पश्चात जानवरों के अवशेष को सुरक्षित ढंग से नगर निकाय के कंटेनरों या निर्धारित स्थानों पर ही फेंका जाए ताकि आसपास की स्वच्छता प्रभावित न हो।
सड़कों पर नमाज से बचाव
वक्फ बोर्ड ने साफ कहा है कि ईद की नमाज केवल मस्जिदों या ईदगाह के अंदर ही पढ़ी जानी चाहिए। सड़कों पर नमाज अदा करना उचित नहीं है। अगर किसी वजह से सड़कों पर नमाज पढ़नी पड़े तो स्थानीय प्रशासन को पहले सूचित करना जरूरी है ताकि व्यवस्था सुचारू बनी रहे और किसी तरह की परेशानी न हो।
सख्ती से पालन करें एडवाइजरी
मध्यप्रदेश वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सनवर पटेल ने प्रदेशभर के वक्फ मुतवल्ली और प्रबंध समितियों को निर्देश दिए हैं कि वे इस एडवाइजरी का कड़ाई से पालन कराएं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगभग 15 हजार वक्फ संपत्तियां हैं, जिनमें मस्जिदें, कब्रिस्तान, मदरसे, ईदगाह आदि शामिल हैं। इन सभी स्थानों पर साफ-सफाई और व्यवस्था का पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए ताकि त्योहार धार्मिक भावना और शांति के साथ मनाया जा सके।
कलेक्टरों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में इस एडवाइजरी का सख्ती से पालन कराएं और आम जनता को इसके बारे में जागरूक करें।
वॉलिंटियर्स की भूमिका
वक्फ बोर्ड अध्यक्ष ने एशिया की सबसे बड़ी ईदगाह का दौरा कर वहां तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि इस बार लगभग 250 वॉलिंटियर्स तैनात रहेंगे जो कुर्बानी और नमाज की व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से संचालित करेंगे। पार्किंग और साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखा गया है ताकि लोगों को कोई परेशानी न हो।