जैसे ही मालगाड़ी के दुर्घटना ग्रस्त होने की जानकारी स्थानीय रेल प्रबंधन तक पहुंची वहा अफरा तफरी मच गयी । जानकारी के अनुसार गिट्टी लोड मालगाड़ी (बीओबी ) रेल यार्ड से मेन लाइन की और बढ़ी तभी अचानक एक एक करके मालगाड़ी के कई डिब्बे पटरी से उतरते चले गये । इस हादसे में कुछ डिब्बे क्षतिग्रस्त भी हुए हैं । घटना के स्थानीय रेल प्रबंधन के अधिकारी व कर्मचारी मौके पर पहुँच गये । हालाकि यार्ड से इतने मध्यम गति से मालगाड़ी निकलने के बावजूद वह बेपटरी कैसे हो गयी ,इसे लेकर सवाल खड़े हो रहें हैं ।
घटना के रेल अमला युद्ध स्तर पर सुधार कार्य में जुटा हुआ है । रेल सूत्रों के अनुसार मालगाड़ी में लोड गिट्टी स्थानीय स्तर पर रेल निर्माण कार्य के लिए यहाँ आई थी । लेकिन जिस तरह मालगाड़ी के पहिये डिब्बे से निकलकर अलग दिखाई दे रहें हैं ,इससे किसी बड़ी लापरवाही के संकेत मिल रहे हैं । वरना यार्ड से निकली मालगाडी बिना रफ़्तार के कैसे पटरी से निचे उतर सकती थी ।
इस सम्बन्ध में स्थानीय रेल प्रबंधन कुछ भी कहने से कतरा रहा है ,क्योंकी जैसी स्थिति पटरी और पहिए की स्थल पर नजर आ रही है ,उससे किसी बड़ी लापरवाही से इनकार नहीं किया जा सकता है । फिलहाल स्थानीय रेल अमला सुधार कार्य में लगा हुआ है , स्थिति को देखते हुए मशीनरीज की सहायता के लिए मंगाई जा सकती है ।

विदित हो कि कुछ दिन पूर्व भी इसी तरह बुढार रेल सायडिंग में कोयले से लोड मालगाड़ी के पहिए पटरी से उतर गये थे । जिसके बाद यह बात सामने आई थी कि रेल पटरियों के मेंटिनेंस में कही न कहीं लापरवाही के परिणाम स्वरूप ऐसी दुर्घटनाए होती हैं ।
बुढ़ार में खड़ी नर्मदा एक्सप्रेस
हादसे के बाद कटनी एवम बिलासपुर की कुछ यात्री ट्रेनों को जहां तहाँ रेलवे स्टेशन में खड़ा करके रखा गया हैँ। जब तक शहडोल में लाइन क्लियर नही हो जाती हैँ, ट्रेन इसी तरह खड़ी रखें रहने की जानकारी मिल रही हैँ । बिलासपुर से इंदौर जाने वाली 18234 नर्मदा एक्सप्रेस पिछले एक घंटे से बुढ़ार स्टेशन में खड़ी हुईं हैँ। इसके अलावा अन्य यात्री ट्रेन भी विलम्ब हो रही हैँ।
