महादेव सट्टा एप के बाद गजानंद सट्टा एप का भंडाफोड़, 600 से अधिक बैंक खाते फ्रीज
छत्तीसगढ़ में ऑनलाइन सट्टा मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। महादेव सट्टा एप के बाद अब एक और बड़ा ऑनलाइन सट्टा एप ‘गजानंद’ का खुलासा हुआ है। पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी नंदलाल लालवानी और उनके बेटे गोविंद लालवानी को गिरफ्तार किया है। खास बात यह है कि गोविंद लालवानी तिल्दा के वार्ड नंबर 3 से निर्दलीय पार्षद भी हैं। इस गिरफ्तारी ने इस अवैध सट्टा नेटवर्क की गहराई और उसमें शामिल लोगों की भूमिका को सामने ला दिया है।
पार्षद का दोहरा चेहरा, सट्टे के कारोबार में लिप्त
गोविंद लालवानी का पार्षद होना इस पूरे मामले को और भी गंभीर बनाता है। एक तरफ वह जनता का प्रतिनिधि है, वहीं दूसरी तरफ अवैध ऑनलाइन सट्टा कारोबार चलाने में सक्रिय है। पुलिस की जांच में यह सामने आया है कि पिता-पुत्र की जोड़ी ने गजानंद एप के जरिए करोड़ों रुपए का सट्टा कारोबार चलाया। इस सट्टे के लेनदेन के लिए 600 से अधिक बैंक खातों का इस्तेमाल किया गया, जिन्हें अब फ्रीज कर दिया गया है। यह साफ संकेत है कि यह नेटवर्क काफी बड़ा था और काले धन के संचालन में संलिप्त था।
फर्जी पहचान और तकनीकी मदद से संचालित सट्टा
जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि नंदलाल लालवानी ने कई लोगों के आधार कार्ड कब्जे में लेकर उनके नाम पर फर्जी मोबाइल नंबर बनवाए। इन नंबरों का इस्तेमाल करके गजानंद एप को चलाया गया। पुलिस ने आरोपी के पास से तीन मोबाइल फोन और दो आधार कार्ड जब्त किए हैं। तकनीकी जांच में गोविंद लालवानी की भी इस मामले में सक्रिय संलिप्तता सामने आई है। पूछताछ में दोनों आरोपियों ने अपराध स्वीकार किया और पूरे सट्टा कारोबार की रूपरेखा बताई।
संपत्ति की जांच में जुटी पुलिस
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस ऑनलाइन सट्टा से अर्जित धनराशि से आरोपी पिता-पुत्र ने फार्महाउस और करोड़ों की जमीनें खरीदी हैं। फिलहाल इन संपत्तियों की जांच जारी है। पुलिस मानती है कि यह मामला सिर्फ एक एप का नहीं बल्कि एक संगठित आर्थिक अपराध का जाल है, जिसका दायरा और भी बड़ा हो सकता है।
और भी गिरफ्तारी की संभावना
पुलिस की मानें तो आगामी दिनों में इस मामले में और भी कई लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है। यह मामला छत्तीसगढ़ में सट्टा कारोबार के बढ़ते प्रभाव और उसमें राजनीतिक-आर्थिक ताकतों की संलिप्तता की एक नई परत खोलता है। पुलिस लगातार जांच कर रही है ताकि इस अवैध गतिविधि को पूरी तरह से समाप्त किया जा सके।