वह बार बार यही कहता रहा कि माँ ,तुम मुझे पहले पैसे दो तब मै पिता को मुखाग्नि दूंगा l जबकि वह अपने माता पिता का इकलौता पुत्र है l कलयुगी पुत्र की इस हरकत के बाद उसकी अभागिन माँ ने महिला होते हुए भी अपने पति को मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूर्ण की l इस दृश्य को देखकर गाँव के हर व्यक्ति के जुंबा से एक ही बात सुनने को मिली कि ऐसा पुत्र ईश्वर किसी को भी न दें , इससे तो अच्छा था वह अभागिन संतानहीन होती l
दो बहनों में अकेला भाई
यह दुखद घटना पेश आई है जिले के ब्यौहारी थाना क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 11 कछियान टोला में रहने वाली पार्वती बर्मन पति स्व रामस्वरूप बर्मन 65 के साथ l जिसके एक पुत्र व दो पुत्रियाँ है l उसने बताया कि उसके इकलौते पुत्र मनोज बर्मन 31 वर्ष का विवाह हो चुका है , आए दिन वह हमसे पैसे की मांग कर झगडा करता रहता था , जिसके बाद रुपयों की मांग पूरी नही होने पर वह हम लोगो से अलग होकर ब्योहारी में ही अपने परिवार के साथ किराए के मकान में रहने लगा था l
परिवार के लोगो ने बताया कि मनोज काफी झगड़ालू प्रवृत्ति का है l लगभग 7 से 8 वर्ष पहले उसका विवाह बड़े ही ख़ुशी ख़ुशी माता पिता ने ब्यौहारी से करीब 20 किलोमीटर दूर ग्राम चरखा में किया था l उसके वर्तमान समय दो बच्चे है l शादी के बाद भी वह अक्सर रुपयों की मांग करके माता पिता के साथ विवाद करता रहता था l उसके इस व्यवहार से घरवाले भी परेशान हो चुके थे l
पिता की मृत्यु से एक दिन पहले मांगे थे डेढ़ लाख
परिजनों ने बताया कि पिता की मृत्यु से एक दिन पहले भी वह (माँ-पिता के) घर आया था और डेढ़ लाख रुपए की मांग कर रहा था l लेंकिन माँ ने पैसे नहीं होने की बात कहकर उसे मना कर दिया l जिस कारण नाराज होकर बाद वह रात में ही वहाँ से चला गया l अगली सुबह मनोज के पिता का बीमारी के कारण निधन हो गया l जिसकी जानकारी उसे मोबाइल पर दी गयी थी माँ ने बेटे से मोबाइल पर बात करते हुए पिता की मौत की खबर देकर जल्दी से घर आने को कहा l
पैसो की जिद करता रहा पुत्र
परिजनों के अनुसार पिता की मौत की खबर सुनने के बाद शायद उसे कोई फर्क ही नहीं पड़ा और वह पैसा देने की जिद करता रहा l
पैसो की लालच में कलयुगी पुत्र इतना अंधा हो चुका था कि उसने पिता की मौत की खबर सुनकर कोई अफ़सोस नहीं हुआ l उसने माँ से स्पष्ट शब्दों में कहा कि मुझे पैसे दोगे तो ही घर आउंगा l अभागिन माँ ने रो रोकर दुहाई देते हुए कहा कि बेटा अभी पैसे नहीं है , पिता की लाश घर में मौजूद है l लेकिन इन सबके बावजूद उस कलयुगी पुत्र का दिल नहीं पसीजा और उसने माँ से यह तक कह दिया कि घर बेचकर मुझे पैसे दो, नही तो मै पिता को मुखाग्नि देने नहीं आउंगा l माँ के अलावा मनोज की पत्नी ने भी कई बार उसे फोन करके घर आने को कहा लेकिन वह घर नहीं आया l कुछ देर बाद उसने अपना मोबाइल बंद कर लिया l
पत्नी को देना पड़ा मुखाग्नि
जब पुत्र ने बात नहीं मानी और फिर उसने अपना मोबाइल भी स्विच ऑफ़ कर लिया तब मृतक की पत्नी पार्वती ने स्वयं ही पति को मुखाग्नि देने का निर्णय लिया l मोहल्ले के लोग जहां अर्थी को कंधा देकर घर शमशान घाट के लिए निकले ,वहीँ पति के अर्थी के आगे आगे पत्नी शमशान घाट गयी l वहाँ पहुचने के बाद अंतिम संस्कार से पूर्व सारी प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद पति को उसने मुखाग्नि दी l
ऐसे पुत्र से तो अच्च्छा था संतानहीन होना
जिस समय वह घर से पति के अंतिम संस्कार के लिए अर्थी के आगे निकली तो उस अभागिन को देख गाँव वालों का कलेजा पसीज गया l हर कोई यही सोच रहा था कि एक जवान बेटा होने के बाद भी माँ को यह सब कुछ करना पड़ रहा है l इससे तो अच्छा था कि यह पुत्र हीन रहती l लोगो का कहना था कि जवान बेटे के होते हुए माँ को यह सब करना समाज के लिए भी दुखद व चिंतनीय है l
बेटियों के साथ गयी थाने
जिस कलयुगी पुत्र के ज़िंदा रहते मृत पति का अंतिम संस्कार पत्नी को करना पड़ा ,ऐसे पुत्र से उस माँ का कलेजा भी फट चुका था l इस हादसे के बाद उसने इतना तक कह दिया कि काश ऐसा कलयुगी बेटा मेरी कोख से जन्मा होता l इसलिए दुखी होकर
पति के अंतिम संस्कार के दो दिन बाद पार्वती अपनी पुत्री शुषमा व सुमन के साथ ब्योहारी थाना गयी l जहां सारा घटना क्रम बताते हुए अपने कलयुगी पुत्र के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई l पीडिता ने रो रोकर बताया कि किस तरह पैसो की खातिर उसके बेटे ने पिता को मुखाग्नि देने तक से मना कर दिया l ऐसे कलयुगी पुत्र के खिलाफ माँ ने कड़ी कानूनी कार्यवाही करने की मांग पुलिस से की है l