ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग में अब ऑनलाइन पूजा और शीघ्र दर्शन की सुविधा, घर बैठे करें जलाभिषेक
श्रद्धालुओं के लिए अब ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में दर्शन और पूजन पहले से कहीं अधिक सहज और आधुनिक हो गया है। अब आप घर बैठे इस पवित्र ज्योतिर्लिंग के दर्शन और पूजा का पुण्य प्राप्त कर सकते हैं, वो भी सिर्फ एक क्लिक में। मंदिर प्रशासन द्वारा ऑनलाइन पूजा, अभिषेक और शीघ्र दर्शन की विशेष व्यवस्था की गई है, जिससे हर कोई अपने स्थान से जुड़ सके।
कैसे करें ऑनलाइन पूजन और अभिषेक?
ओंकारेश्वर मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट shriomkareshwar.org पर जाकर श्रद्धालु महामृत्युंजय जाप, पार्थेश्वर पूजन, पंचामृत अभिषेक, नर्मदा आरती और जलाभिषेक के लिए बुकिंग कर सकते हैं। निर्धारित तिथि और समय का चयन करने के बाद, मंदिर प्रशासन की ओर से एक वीडियो लिंक भेजा जाता है, जिसके माध्यम से श्रद्धालु अपने घर से ही पूजा में सहभागी बन सकते हैं।
घर बैठे मिलेगा प्रसाद
पूजन संपन्न होने के बाद, मंदिर प्रशासन द्वारा प्रसाद को स्पीड पोस्ट के माध्यम से श्रद्धालु के पते पर भेजा जाता है, जिससे भक्तों को घर पर ही पूजन का आध्यात्मिक लाभ मिल सके। यह व्यवस्था विशेष रूप से उन श्रद्धालुओं के लिए उपयोगी है जो किसी कारणवश मंदिर नहीं आ सकते लेकिन आस्था से जुड़े रहना चाहते हैं।
शीघ्र दर्शन की सुविधा
जो श्रद्धालु ओंकारेश्वर आकर प्रत्यक्ष दर्शन करना चाहते हैं, उनके लिए “शीघ्र दर्शन” सेवा भी शुरू की गई है। वेबसाइट पर जाकर श्रद्धालु दिनांक और समय चुनकर ₹300 का ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं। इसके बाद उन्हें एक डिजिटल टोकन मिलता है, जिसे मंदिर परिसर में दिखाकर शीघ्र दर्शन का लाभ लिया जा सकता है।
मंदिर में पहुंचने पर यह टोकन दिखाने पर रिस्ट बैंड दिया जाता है, जिसके आधार पर बिना लंबी कतार में लगे हुए, कम समय में आसानी से ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन कराए जाते हैं।
मंदिर प्रशासन की पहल
इस सेवा की जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि यह सुविधा आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए श्रद्धालुओं को भक्तिभाव से जोड़ने की एक पहल है। इससे न केवल समय की बचत होती है बल्कि भीड़-भाड़ से भी राहत मिलती है, विशेषकर त्योहारों और विशेष अवसरों पर।
आस्था और तकनीक का अद्भुत संगम
यह व्यवस्था उन श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ा वरदान है जो दूर-दराज़ में रहते हैं या किसी कारणवश यात्रा नहीं कर सकते। अब सिर्फ एक क्लिक से ई-आराधना के माध्यम से ओंकारेश्वर के दर्शन, पूजन और प्रसाद प्राप्त करना संभव हो गया है।