जंगली जानवर तीन बकरों का आधा जिस्म नोचकर खा गया ,जिससे उनकी वहीँ मौत हो गयी । जबकि तीन अन्य बकरियों के उपर हमला कर उन्हें घायल कर दिया । यह घटना बुढ़ार के वार्ड नम्बर 1 ईदगाह के पीछे रहने वाले निसार अहमद उर्फ़ लाला भाई के घर में घटित हुई । उन्होंने बताया कि प्रतिदिन की तरह गत शाम मैंने घर के आँगन में मौजूद सार में कुल छः नग बकरे बकरियों को बांधकर अंदर चला गया ।

आज 11 अप्रैल की सुबह करीब 5 बजे जब मै उठा और सार को खोला तो देखा कि अंदर बंधे छः जानवरों में से तीन बकरों का छत विक्षत शव जमींन पर पड़ा हुआ है । उनके शरीर के पीछे के हिस्से का आधा मांस गायब है । वही तीन अन्य बकरें बकरियां घायल अवस्था में मिले । जानवरों की ऐसी हालत देख पशु मालिक घबरा गया । उसे समझ ही नहीं आया कि घर के बाहर 10 फिट ऊँचा गेट बंद है ,साथ ही सार में लगा दरवाजा भी बंद था ,ऐसी स्थिति में उनके जानवर की ऐसी हालत कैसे हो गयी । सार के किनारे मामूली सा 7 से 8 इंच का गैप दिखाई दे रहा था ।
ऐसी आशंका जताई जा रही है कि कोई खूंखार जंगली जानवर पहले मेन गेट कूदकर या छलांग लगाकर अंदर आया होगा और फिर इसी छोटे से गैप से सार के अंदर घुस बकरे बकरियों के ऊपर हमला कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया ।

इस घटना की जानकारी थोड़ी ही देर में क्षेत्र में आग की तरह फ़ैल गयी । वहाँ लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गयी । लोगों का आरोप था कि अभी हाल ही में बीते माह एक ऐसी ही घटना पड़ोस के मोहल्ले में रहने वाले नसीम अहमद के बाड़े में भी इसी तरह अज्ञात जानवर ने सात नग बकरों को मौत के घाट उतार दिया था। लेकिन उस घटना की जानकारी स्थानीय वन परिक्षेत्र कार्यालय में दिए जाने के बावजूद कोई सर्चिंग अभियान नहीं चलाया गया । केवल खाना पूर्ति कर कर्तव्यों से इतिश्री कर ली गयी थी ।
लोगों का कहना था कि वर्तमान समय गर्मी के मौसम में आमजन अपने घरों के आँगन व छत में खुले आसमान के नीचे सोते हैँ, ऐसे में आमजन भी दहशत में हैं कि कहीं उनके अथवा बच्चों के ऊपर प्राणघातक हमला न हो जाए। इस पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए।
पीड़ित निसार अहमद समेत समस्त नगरवासी वन विभाग से मांग कर रहें हैं कि शीघ्र ही उचित कार्यवाही कर सर्चिंग कार्यवाही शुरू कराकर इस खूंखार जानवर का पता लगाया जाए। अगर हमेशा की तरह इस बार भी मामले कोई उचित कदम नहीं उठाया गया तो बुढ़ार, धनपुरी समेत आसपास के सभी पशु मालिकों द्वारा रेंज कार्यालय का घेराव कर अनशन किया जाएगा। जिसके समस्त जिम्मेदारी वन विभाग की होगी
इस बार अलग दिखी घटना
विदित हो कि दो वर्ष पहले इसी तरह धनपुरी में करीब 30 बकरें बकरियों को अज्ञात जंगली जानवर ने मौत के घाट उतार दिया था । इसके बाद अभी हाल ही में बीते 25 दिन पहले मार्च माह में बुढार निवासी नसीम अहमद के बाड़े के अंदर 7 बकरे बकरियों को भी इसी तरह किसी जानवर ने मार दिया था । पूर्व की सभी घटनाओं में किसी भी बकरे बकरियों के शरीर से मांस नहीं नोचा गया था ,लेकिन इस बार बीती रात्रि हुई घटना में मृत तीनो बकरों के शरीर के पीछे के हिस्से का आधा मांस गायब मिला । जो कि उक्त जानवर खा गया ,साथ ही एक बकरे का एक पैर भी काटकर ले गया ।
इस सम्बन्ध में जब वन परिक्षेत्राधिकारी सलीम खान से बात की गयी तो उनका कहना था कि यह जानवर जंगली बिल्ली अथवा बिल्ला हो सकता है ,जिसे आम भांषा में वन बिलार कहा जाता है । हम लोग क्षेत्र में सर्चिंग अभियान चलाएंगे ताकि कुछ पता चल सके । साथ ही पशु मालिक से आवेदन मिलने के बाद मुआवजे की कार्यवाही भी सुनिश्चित की जाएगी ।