बाकी दिनों में पार्क में मौजूद पातलू हाथियों को जहाँ सुबह से काम में लगा दिया जाता था ,वहीँ इन सात दिवसों तक पार्क में मौजूद कुल 14 हाथियो की ख़ास मेहमान की तरह आवभगत व मेहमान नवाजी की जाती है । महोत्सव 7 सितंबर से शुरू हो चुका है और 13 सितंबर तक चलेगा। इस सात दिवसीय महोत्सव के दौरान हाथियों की विशेष देखभाल की जा रही है।
पीसीसीएफ वन्यजीव ने किया शुभारंभ
विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ नेशनल पार्क में हर साल की तरह इस साल भी हाथी महोत्सव का शुभारंभ हो चुका है । पार्क के
उप क्षेत्रीय संचालक पीके वर्मा ने बताया कि हर साल की तरह इस साल भी ताला गेट में हाथी महोत्सव का आयोजन हो रहा है, जिसका शुभारंभ पीसीसीएफ वन्यजीव वी एन अंबादद्वारा किया गया।
परोसे जाते हैं ख़ास व्यंजन
महोत्सव के दौरान हाथियों को फल, रोटियां, नारियल, मक्का के साथ-साथ गुड़ और विभिन्न प्रकार के व्यंजन परोसे जा रहें हैं । इस महोत्सव में सात दिनों तक हाथियों से कोई काम नहीं लिया जाता, वे आराम करते हैं और उनकी खास देखभाल की जाती है। इस दौरान गजानन पार्क प्रबंधन के ख़ास मेहमान की तरह रहते हैं ।
तेल से मालिश के बाद चंदन का टीका
कार्यक्रम में सुबह हाथियों को नहलाकर बारडीं के तेल से मालिश की गई और चंदन का टीका लगाकर उन्हें सजाया गया, इसके बाद उन्हें विभिन्न प्रकार के फल खिलाए गए। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 14 हाथी हैं जो अलग-अलग कैंपों में रहते हैं। ये सभी हाथी महोत्सव के सात दिनों तक एक साथ रहकर आनंद करेंगे।
गजानन की सेवा पुण्य कार्य
महोत्सव के दौरान हाथियों को फल, रोटियां, नारियल, मक्का के साथ गुड़ और अन्य तरह के व्यंजन परोसे जाएंगे। इस दौरान, सात दिनों तक हाथियों से कोई भी कार्य नहीं कराया जाता, उन्हें आराम दिया जाता है और उनकी खास देखभाल की जाती है। पार्क में आयोजित इस महोत्सव के दौरान वहा आने वाले पर्यटकों के लिए यह एक दम नया और ख़ास कार्यक्रम होता है । गणेश चतुर्थी के दिनों में गजानन की इस प्रकार की सेवा को धार्मिक दृष्टि से भी जोडकर देखा जा रहा है । पार्क प्रबन्धन भी इन दिनों में गजानन की सेवा को पुण्य कार्य समझता है । विदित हो कि शेष दिनों में इन हाथियों से पार्क की निगरानी व समय समय पर रेस्क्यू समेत अन्य कार्य लिए जाते हैं ।