बुधवार रात एक व्यक्ति की तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। मृतक अकरम (52), जो पीडब्ल्यूडी कर्मचारी थे, उनकी द्वारा की गयी भोपाल के ऐशबाग थाने में ससुराल वालों के खिलाफ एफआईआर के बाद थाने में उन्हें बुलाया गया था । परिजनों का आरोप है कि पुलिस की बदसलूकी और देरी से अस्पताल पहुंचाने के कारण अकरम की मौत हुई। थाने के बाहर परिजनों ने हंगामा किया। डीसीपी प्रियंका शुक्ला ने मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। अकरम की बहू ने ससुराल वालों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था।
जानकारी के अनुसार, मृतक अकरम पीडब्ल्यूडी का कर्मचारी थे। परिजनों का आरोप है कि उनकी बहू एफआईआर दर्ज कराने थाने पहुंची तो थाने के सब इंस्पेक्टर ने अकरम को थाने बुलाया। थाने में अकरम के साथ बदसलूकी की गई, जिससे उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। इसके बावजूद सब इंस्पेक्टर ने उन्हें अस्पताल जाने की अनुमति नहीं दी और खुद भी अस्पताल नहीं ले गए।
कुछ समय बाद अकरम के हाथ-पैर अकड़ने लगे और वह बेसुध होकर फर्श पर गिर गए। फिर उन्हें हमीदिया अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। परिजनों ने आरोप लगाया कि सब इंस्पेक्टर की बदसलूकी के कारण अकरम की मौत हुई है और उन्होंने देर रात थाने के बाहर हंगामा किया। पुलिस हिरासत में मौत का मामला मानते हुए डीसीपी प्रियंका शुक्ला ने मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं।
मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अकरम के बेटे की कुछ महीने पहले शादी हुई थी, और बहू ने आरोप लगाया था कि ससुराल वाले उसे प्रताड़ित कर रहे हैं। बुधवार रात बहू ने ससुराल वालों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए ऐशबाग थाने का रुख किया, और उसके साथ ससुर अकरम और अन्य परिजन भी थाने पहुंचे। पुलिस अधिकारी दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन बहू मानने को तैयार नहीं थी। इस बीच, पुलिस ने बहू की रिपोर्ट दर्ज करनी शुरू कर दी। तभी अचानक अकरम की तबीयत बिगड़ गई।