गेहूं की फसल को बर्बाद करने वाला पीली रोली रोग (Wheat Yellow Rust Disease): लक्षण और बचाव के उपाय
भारत में बड़े पैमाने पर गेहूं की खेती की जाती है, लेकिन कई बार फसल को गंभीर रोगों का सामना करना पड़ता है। इन्हीं में से एक है पीली रोली रोग (Wheat Yellow Rust Disease), जो फसल की पैदावार को काफी नुकसान पहुंचा सकता है। अगर किसान समय पर इस रोग की पहचान कर बचाव के उपाय न करें, तो पूरी फसल बर्बाद हो सकती है। राजस्थान सरकार ने किसानों के लिए इस रोग से बचाव के लिए एडवाइजरी भी जारी की है। आइए जानते हैं इस रोग के लक्षण और इससे बचने के तरीके।
पीली रोली रोग (Wheat Yellow Rust Disease) के लक्षण
- पत्तियों का रंग फीका होना – इस रोग की शुरुआत में पत्तियां हल्के पीले रंग की होने लगती हैं।
- पीले फफोले जैसे बिंदु – पत्तों पर छोटे-छोटे पीले बिंदु दिखाई देने लगते हैं, जो धीरे-धीरे पूरे पत्ते को पीले पाउडर से ढक देते हैं।
- पौधों का विकास रुक जाना – यह रोग पौधों की वृद्धि को बाधित करता है।
- रोग का फैलाव – रोग की शुरुआत एक या दो पौधों से होती है और फिर यह गोल घेरे में फैलते हुए पूरे खेत में फैल जाता है।
- मौसम की भूमिका – ठंडे मौसम में, खासकर जब कोहरा ज्यादा होता है या वातावरण में नमी अधिक होती है, तब इस रोग का प्रसार तेजी से होता है।
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पीली रोली रोग (Wheat Yellow Rust Disease) से बचाव के उपाय
- कीटनाशकों का छिड़काव – समय-समय पर उचित मात्रा में कीटनाशकों (Pesticide) का छिड़काव करते रहें। लेकिन नाइट्रोजनयुक्त उर्वरकों का अधिक उपयोग करने से बचें।
- जलभराव रोकें – खेतों में पानी के ठहराव को न होने दें, क्योंकि नमी रोग के फैलाव में सहायक होती है।
- फसल का निरीक्षण – खासकर ठंड के समय फसलों की लगातार निगरानी करते रहें।
- रोगग्रस्त पौधों का नष्ट करना – अगर किसी पौधे में रोग के लक्षण नजर आएं, तो तुरंत उस पौधे को खेत से हटाकर नष्ट कर दें, ताकि रोग अन्य पौधों तक न फैल सके।
- मौसम का ध्यान रखें – रसायनों का छिड़काव तभी करें, जब मौसम साफ हो।
कृषि विज्ञान केंद्र की सहायता लें
कई बार फसलों की पत्तियां अन्य कारणों से भी पीली हो सकती हैं। इसलिए किसी भी कदम को उठाने से पहले कृषि विज्ञान केंद्र या विशेषज्ञों की सलाह लें। इससे आप सही रोग की पहचान कर उचित कदम उठा सकेंगे।
आर्थिक सहायता का लाभ
अगर पीली रोली रोग के कारण किसानों को बड़ा आर्थिक नुकसान होता है, तो वे सरकार की अनुदान योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं।
निष्कर्ष
पीली रोली रोग (Wheat Yellow Rust Disease) गेहूं की फसल के लिए गंभीर खतरा है। लेकिन सही समय पर पहचान और उचित प्रबंधन के जरिए किसान अपनी फसल को बचा सकते हैं। रोग की रोकथाम के लिए सावधानी बरतें और फसल का नियमित निरीक्षण करें।