अगर आप खेती के जरिए अपनी आय को दोगुना करना चाहते हैं, तो पारंपरिक फसलों से हटकर सब्जियों की खेती एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। खासकर टमाटर की खेती, जो न केवल कम समय में तैयार होती है, बल्कि मार्केट में इसकी भारी डिमांड के कारण किसानों को बंपर प्रॉफिट देती है। किसान अब इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए नई तकनीकों और स्मार्ट तरीकों को अपना रहे हैं, जिससे उनकी कमाई तेजी से बढ़ रही है। आइए जानते हैं कि कैसे टमाटर की खेती से किसान अपनी जिंदगी बदल रहे हैं।
किसान अब पारंपरिक खेती से हटकर सब्जियों की खेती की ओर अग्रसर हो रहे हैं। टमाटर, लौकी, कद्दू, खीरा और अन्य सब्जियों की खेती ने उनकी आय में वृद्धि की है। खासकर टमाटर की खेती उनके लिए अत्यधिक लाभकारी साबित हो रही है, क्योंकि इसकी मार्केट में लगातार डिमांड बनी रहती है।
किसान टमाटर की खेती से लाखों की कमाई कर रहे हैं। उन्होंने यह साबित किया है कि सही तकनीक और समय का पालन करके अन्य किसान भी इस खेती को अपनाकर अपनी आय में उल्लेखनीय वृद्धि कर सकते हैं।
टमाटर की खेती आज के दौर में एक बेहद लाभकारी बिजनेस बन चुकी है। इसकी कीमतें काफी ऊंची चल रही हैं, जिससे किसान सही तरीके से खेती कर बड़ा मुनाफा कमा सकते हैं। एक हेक्टेयर में 800 से 1200 क्विंटल टमाटर की पैदावार हो सकती है, जो किस्म और देखभाल पर निर्भर करती है।
टमाटर की फसल सिर्फ 60-65 दिनों में तैयार हो जाती है, जिससे किसानों को कम समय में अच्छी आमदनी होती है। सही मिट्टी, जैसे दोमट या रेतीली मिट्टी और 7-8.50 पीएच का स्तर टमाटर की बेहतरीन फसल के लिए आदर्श है। इससे किसान कम समय में अधिक पैदावार पा सकते हैं।
किसान साल में दो बार टमाटर की खेती कर सकते हैं, जिससे उनकी कमाई निरंतर बनी रहती है। जुलाई-अगस्त से फरवरी-मार्च और सितंबर-दिसंबर से जून-जुलाई तक की खेती से किसान 9-10 महीने तक फसल से मुनाफा कमा सकते हैं।