मध्य प्रदेश में शुरू होगी MSP पर मोटे अनाज की खरीदारी, जानें स्लॉट बुकिंग की जानकारी
मध्य प्रदेश में बाजरा और ज्वार की फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदारी 22 नवम्बर से शुरू होगी। इसके बाद, धान की खरीद 2 दिसंबर से शुरू होगी। राज्य सरकार ने किसानों को उनकी फसलों के सही दाम दिलाने के लिए मोटे अनाजों जैसे बाजरा, ज्वार और धान की MSP पर खरीद की नीति जारी की है।
किसानों की सुविधा के अनुसार, खरीद केंद्रों का निर्धारण किया जाएगा, और इसके लिए गोदाम या केप परिसर में उपार्जन केंद्र स्थापित किए जाएंगे। साथ ही, वेयरहाउसिंग कारपोरेशन, सभी जिलों के कलेक्टर और नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं कि वे इस प्रक्रिया को सटीक तरीके से लागू करें।
लापरवाही पर होगी कार्रवाई
अगर उपार्जन नीति में किसी भी प्रकार की लापरवाही सामने आती है, तो संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी किसान किसी भी प्रकार से असुविधा महसूस न करें और उन्हें उनके फसल का सही मूल्य मिले।
कब शुरू होगी MSP पर मोटे अनाजों की खरीद?
मध्य प्रदेश में बाजरा और ज्वार की फसलों की MSP पर खरीदी 22 नवम्बर से शुरू होगी, जबकि धान की खरीदी 2 दिसंबर से होगी। किसानों के अनुसार, खरीद केंद्रों का निर्धारण किया जाएगा ताकि उनकी सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रक्रिया की जाए।
फसलों की गुणवत्ता जांच
उपार्जन केंद्रों में फसल की गुणवत्ता का परीक्षण किया जाएगा। बाजरा, ज्वार और धान जैसी फसलों को MSP से कम पर नहीं खरीदा जाएगा। कृषि उपज मंडियों द्वारा नॉन एफक्यू उपज का सैंपल लिया जाएगा और उसका परीक्षण किया जाएगा।
कैसे बुक करें स्लॉट?
किसान अपनी फसल बेचने के लिए उपार्जन केंद्र और विक्रय तारीख को चुन सकते हैं। इसके लिए किसानों को आधिकारिक वेबसाइट www.mpeuparjan.nic.in पर जाकर स्लॉट बुकिंग करनी होगी। इस प्रक्रिया की शुरुआत 22 नवम्बर से होगी।
फसल की आपूर्ति
फसल को उपार्जन केंद्र से गोदाम तक लाने और ले जाने की जिम्मेदारी उपार्जन एजेंसी की होगी। इससे किसानों पर अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ेगा, और उनके लिए प्रक्रिया सरल और सुलभ होगी।
राज्य सरकार और केंद्र सरकार मिलकर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि किसानों को उनकी फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य मिले और उन्हें उचित दाम प्राप्त हो।