नीम से घर पर बनाएं जैविक कीटनाशक: घर बैठे कैसे करें अच्छी खासी बचत
जैविक खेती करने वाले किसान रासायनिक खाद और उर्वरक का उपयोग नहीं करते हैं। नीम की पत्तियों से कीटनाशक बनाकर आप अपनी आय को दोगुना कर सकते हैं। हालांकि, कई लोग फसलों पर रासायनिक उर्वरकों का इस्तेमाल करते हैं, जिससे उपज की गुणवत्ता पर असर पड़ता है। अब सरकार भी किसानों को जैविक खाद के प्रयोग के लिए प्रोत्साहित कर रही है।
नीम की पत्तियों से कीटनाशक बनाने की विधि
घर पर नीम की पत्तियों से कीटनाशक बनाने के लिए कुछ सामग्री चाहिए: सुखी नीम की पत्तियां, नीम का तेल, और खली।
- सबसे पहले, नीम की पत्तियों को छाया में सुखाएं।
- जब पत्तियां अच्छी तरह सूख जाएं, तो उन्हें रातभर पानी में भिगोकर रखें।
- इस पानी का छिड़काव करने से फसलों पर कीटों का प्रभाव कम होगा, खासकर बैंगन पर।
इसके अलावा, नीम के पानी और तेल को मिलाकर छिड़काव करना भी फायदेमंद है।
नीम की खली से कीटनाशक बनाना
नीम की खली से कीटनाशक बनाने के लिए, आपको 3 किलो कुटी हुई निबोली या 5 किलो नीम की खली चाहिए।
- 3 किलो निबोली को 15 लीटर पानी में तीन दिन के लिए भिगोएं।
- तीन दिन बाद, इसमें 100 ग्राम धतूरे का रस और 250 ग्राम हरी मिर्च का पेस्ट मिलाएं।
- इस मिश्रण को सुबह के समय फसलों पर छिड़कें। इससे न केवल कीटों से बचाव होगा, बल्कि मच्छर और माहू से भी सुरक्षा मिलेगी। ध्यान रखें कि फसल कम से कम एक महीने पुरानी हो।
गोमूत्र और नीम से कीटनाशक बनाना
20 लीटर गोमूत्र, 2.5 किलो नीम की निम्बोली, और 2.5 किलो कद्दू या सीताफल के सूखे पत्ते आवश्यक हैं।
- गोमूत्र को बड़े बर्तन में डालें और नीम की निम्बोली को पीसकर मिलाएं।
- धतूरे और अर्कमदार के पत्ते भी मिलाएं।
- सभी सामग्रियों को उबालें, ठंडा करें, और बोतलों में भरें।
इस जैविक कीटनाशक का इस्तेमाल फसलों पर करें, जिससे आपको जैविक खेती के लाभ मिलेंगे।
इस विधि से न केवल आप अपनी फसल का उत्पादन बढ़ा सकते हैं, बल्कि घर बैठे अच्छी खासी बचत भी कर सकते हैं। जैविक खेती अपनाकर आप स्वस्थ जीवन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठा सकते हैं।