एक बार पौधे लगाकर 50 साल तक करें कमाई: बादाम की खेती का सही तरीका
बाजार में बादाम (Almond Farming) की हमेशा अच्छी मांग रहती है, जिसके कारण इसके दाम भी ऊँचे होते हैं। बादाम का उपयोग दवाई बनाने और तेल बनाने में भी किया जाता है, जिससे यह सेहत के लिए भी फायदेमंद है। किसानों को ऐसी खेती करनी चाहिए, जिससे उन्हें अच्छा मुनाफा मिल सके। कई पारंपरिक फसलों में किसान ज्यादा आय नहीं कमा पाते, लेकिन अलग-अलग प्रकार की फसलों की खेती करके वे अच्छी कमाई कर सकते हैं। उनमें से एक फसल है बादाम, जिसे केवल एक बार लगाने पर कई सालों तक फायदा उठाया जा सकता है।
बादाम की खेती से कमाई (Earning from Almond Farming)
जो किसान बादाम की खेती करना चाहते हैं, उन्हें इससे होने वाले मुनाफे की जानकारी पहले से ले लेनी चाहिए। आमतौर पर 6-7 महीने में एक बादाम के पेड़ से लगभग 2.5 किलोग्राम बादाम की गिरी प्राप्त की जा सकती है। बाजार में बादाम की कीमत 600 से 1000 रुपये प्रति किलो के बीच होती है। इसका मतलब है कि यदि आप 50 पौधे लगाते हैं, तो सभी लागत निकालने के बाद आप छह से सात महीने में लगभग 50,000 रुपये का लाभ कमा सकते हैं।
बादाम के साथ-साथ अधिक मुनाफा कमाने के लिए कई किसान मधुमक्खी पालन भी करते हैं। एक बार बादाम का पौधा लगाने के बाद, तीन से चार साल में पहली फसल प्राप्त होती है। हालांकि, पेड़ के पूर्ण विकास के लिए कम से कम 6 साल का समय लगता है, जिसके बाद हर साल फसल प्राप्त की जा सकती है। एक बार पेड़ लगाने पर आप लगभग 50 साल तक कमाई कर सकते हैं।
बादाम की खेती के लिए ध्यान देने योग्य बातें
यदि आप बादाम की खेती शुरू करना चाहते हैं, तो इसके लिए हल्की सर्द और मध्यम जलवायु की आवश्यकता होती है।
- भूमि की तैयारी:
- इस खेती के लिए बलुई दोमट चिकनी मिट्टी और गहरी उपजाऊ मिट्टी उत्तम मानी जाती है।
- खेती शुरू करने से पहले मिट्टी की जांच जरूर करवाएं।
- मिट्टी का पीएच मान 5 से 8 के बीच होना चाहिए।
- पौधों की रोपाई:
- पौधों की रोपाई के लिए नवंबर और दिसंबर का महीना सबसे बेहतर होता है।
- खेती की शुरुआत करने के लिए पहले मिट्टी को समतल करें और अच्छी तरह से जुताई करें।
- पाटा लगाकर खेतों को समतल बनाएं।
- गड्ढे तैयार करना:
- खेतों में 5 से 8 मीटर की दूरी पर गड्ढे तैयार करें और उनमें गोबर की खाद भरें।
- रोपाई के लगभग एक महीने पहले ये तैयारी कर लें।
- इसके बाद पौधों को रोपें और रोपाई के बाद अच्छी सिंचाई करें।
- कीटनाशक का चुनाव:
- बादाम की खेती के लिए सही कीटनाशक का चयन करें।
- इस फसल को ज्यादा सिंचाई की आवश्यकता नहीं होती है; गर्मी के मौसम में सप्ताह में दो बार और सर्दियों में केवल एक बार सिंचाई करें।
- फलों की तुड़ाई:
- पतझड़ के मौसम में बादाम के फलों की तुड़ाई की जाती है।
- फल की गुठलियाँ हरे रंग से पीले रंग की होने पर तुड़ाई करें।
इस प्रकार, बादाम की खेती एक लाभकारी विकल्प है, जिससे किसान लंबे समय तक कमाई कर सकते हैं।