अब जल्द आएगा नैनो एनपीके, IFFCO ने सरकार से मांगी मंजूरी
IFFCO, जो पहले Nano Urea और नैनो डीएपी उर्वरक लेकर आई थी, अब नैनो एनपीके उर्वरक लाने की तैयारी कर रही है। इसके लिए इफको ने सरकार से अनुमति मांगी है। इस नये पोषक तत्व का उद्देश्य यूरिया और डीएपी की खपत को कम करना है, जिससे किसानों को फायदा हो सके। आइए, जानते हैं इस नये उर्वरक की कीमत और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी के बारे में।
IFFCO Nano NPK पोषक तत्व
IFFCO ने Nano NPK पोषक तत्व विकसित किया है, जो किसानों के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। यह उत्पाद कांडला स्थित इफको की फैक्ट्री में बनेगा और कंपनी इसे 5 किग्रा बैग में 950 रुपये प्रति बैग के हिसाब से किसानों को उपलब्ध कराएगी। इस उत्पाद के आने से यूरिया और डीएपी की खपत में कमी आएगी, जो किसानों के लिए लागत को कम करने में मदद करेगा।
IFFCO की योजना और निवेश
इफको के मैनेजिंग डायरेक्टर, यूएस अवस्थी ने कहा कि इस नये पोषक तत्व को बाजार में लाने के लिए सरकार से जरूरी मंजूरी का इंतजार है। उनका कहना है कि जैसे ही मंजूरी मिल जाएगी, कंपनी नैनो एनपीके उत्पाद को दाने के रूप में किसानों के बीच उपलब्ध कराएगी। यह उत्पाद यूरिया और डीएपी के मुकाबले किसानों के लिए सस्ता और अधिक प्रभावी साबित होगा।
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IFFCO ने सितंबर 2023 में अपने दो अभिनव उत्पादों—नैनो लिक्विड यूरिया और नैनो लिक्विड डीएपी पर करीब 2,000 करोड़ रुपये का निवेश किया। अब इफको उम्मीद कर रही है कि अगले दो-तीन वर्षों में इन उर्वरकों का किसानों को बड़े पैमाने पर फायदा मिलेगा। इससे किसानों की फसल की लागत कम होगी और उनकी उपज में वृद्धि होगी।
Nano Urea और Nano DAP की कीमत
IFFCO ने जून 2021 में दुनिया का पहला नैनो लिक्विड यूरिया उर्वरक पेश किया था। इसके बाद, अप्रैल 2023 में Nano DAP उर्वरक भी बाजार में आया। Nano Urea की 500 मिली की बोतल लगभग 240 रुपये में उपलब्ध होगी, जबकि नैनो लिक्विड डीएपी 600 रुपये प्रति बोतल की कीमत पर मिलेगा।
यह नैनो उर्वरक तकनीकी दृष्टिकोण से बेहतर होने के साथ-साथ किसानों के लिए सस्ता और प्रभावी विकल्प प्रदान करेगा। इन उत्पादों के जरिए इफको ने कृषि क्षेत्र में एक नई दिशा तय की है, जो किसानों के फायदे में वृद्धि कर सकती है।
इफको की महत्वपूर्ण पहल
इफको का यह कदम भारतीय कृषि में सुधार लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित हो सकता है, जिससे किसानों को बेहतर परिणाम और कम खर्च पर अधिक उत्पादन मिल सकेगा।