Dairy Technology College in Madhya Pradesh
मध्य प्रदेश सरकार पशुपालन को बढ़ावा देने और दुग्ध उत्पादकों की आमदनी में सुधार के लिए कई कदम उठा रही है। इस दिशा में मोहन सरकार ने उज्जैन में प्रदेश का पहला डेयरी टेक्नोलॉजी कॉलेज स्थापित करने का प्रस्ताव मंजूर किया है। इस कॉलेज का निर्माण 46 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा, जिससे राज्य में डेयरी व्यवसाय को नई गति मिलेगी।
कॉलेज की स्थापना का उद्देश्य
डेयरी टेक्नोलॉजी कॉलेज की स्थापना का मुख्य उद्देश्य दुग्ध उत्पादकों की उन्नति, आय में वृद्धि और प्रदेश में एक नई श्वेत क्रांति लाना है। इस कॉलेज के माध्यम से उच्च नस्ल के पशुओं की उपलब्धता बढ़ाई जाएगी और दुग्ध उत्पादन की लाभप्रदता में सुधार किया जाएगा। इसके अलावा, डेयरी टेक्नोलॉजी में आधुनिकता लाने के लिए शोध कार्य को भी बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे उच्च कौशल प्राप्त मानव संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित होगी।
पंचायत स्तर पर दुग्ध सहकारी समितियों की स्थापना
मध्य प्रदेश सरकार ने डेयरी उत्पादन में आधुनिक तकनीक, मशीनीकरण और उच्च स्तरीय मानव संसाधन प्रबंधन को अपनाने का निर्णय लिया है। इस योजना के अंतर्गत, प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर दुग्ध सहकारी समितियों की स्थापना की जाएगी। इसके लिए राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) और मध्य प्रदेश दुग्ध फेडरेशन के बीच समझौता किया गया है, जिसे उज्जैन दुग्ध संघ द्वारा अनुमोदित किया गया है।
दूध की कीमत में वृद्धि
उज्जैन दुग्ध संघ की 43वीं वार्षिक साधारण सभा में दुग्ध उत्पादकों की एक महत्वपूर्ण मांग को पूरा करते हुए दूध के प्रति किलो फैट की कीमत में 20 रुपये की वृद्धि की गई है। नई दर के अनुसार, अब दूध की कीमत 740 रुपये प्रति किलो फैट होगी। यह निर्णय दूध उत्पादकों की आय बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है और उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाएगा।
गुणवत्ता और मान्यता
संभागायुक्त और प्रशासक दुग्ध संघ गुप्ता ने बताया कि उज्जैन दुग्ध संघ को भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) द्वारा सर्वोच्च श्रेणी ‘A+’ प्रदान की गई है, जो उच्च गुणवत्ता का दूध और दुग्ध उत्पादों की निरंतर उपलब्धता का प्रमाण है। इसके अलावा, उज्जैन दुग्ध संघ को इंडियन डेयरी एसोसिएशन के द्वारा नागपुर में आयोजित नेशनल कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के हाथों बेस्ट डेयरी प्लांट का अवार्ड भी मिला है।
भविष्य की योजनाएं
डेयरी टेक्नोलॉजी कॉलेज की स्थापना से उज्जैन और पूरे मध्य प्रदेश में डेयरी उद्योग को एक नया मोड़ मिलेगा। यह कॉलेज छात्रों को उन्नत तकनीक और प्रबंधन कौशल प्रदान करेगा, जिससे वे डेयरी क्षेत्र में रोजगार के नए अवसरों का लाभ उठा सकें। इसके अलावा, सरकार की योजनाएं दुग्ध उत्पादकों की आय में सुधार और कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करेंगी।
इस तरह, उज्जैन में खुलने वाला डेयरी टेक्नोलॉजी कॉलेज न केवल एक शैक्षणिक संस्थान होगा, बल्कि यह क्षेत्र के विकास और रोजगार सृजन का एक महत्वपूर्ण केंद्र भी बनेगा।