यहाँ पर हम न्यायपालिका से जुड़े किसी जज की बात नही बल्कि कुश्ती के सामान ही एक सर्किल के भीतर खेले जाने वाले ग्रेपलिंग खेल की कर रहें हैं। इसमें निर्णायक मण्डल मे पहले जज के रूप मे कार्य किया जाता हैं, इसके बाद नेशनल ग्रेपलिंग परीक्षा पास करने के बाद जज से रेफरी के रूप मे पदोन्नति होती हैं। हाल ही मे नेशनल ग्रेपलिंग द्वारा जज से रेफरी मे पदोन्नति के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी।
जिसमे शहडोल जिले के बुढ़ार के होनहार खिलाड़ी व ग्रेपलिंग जज मोहम्मद यहिया शामिल हुए थे। उक्त परीक्षा पास करने के बाद अब उनकी पदोन्नति रेफरी के रूप मे हुईं हैं। अब वह खेल मैदान मे प्रतिभागियो पर नजर रखने वाले कोड मे मौजूद जज पर नजर रखेंगे। विदित हो कि इस परीक्षा मे देश भर से कुल 30 प्रतिभागी शामिल हुए थे, परीक्षा के परिणाम उपरान्त यहिया का रेफरी 3 के रूप मे चयन हुआ हैं। यह हमारे जिले ही यही बल्कि प्रदेश के लिए गर्व की बात है ।
रोहतक में किया गया सम्मानित
ग्रेपलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अंतगत 17th राष्ट्रीय ग्रेपलिंग प्रतियोगिता महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी रोहतक में आयोजित की गई थी । प्रतियोगिता में मप्र से 3 रिफरी का चयन हुआ और एकमात्र शहडोल जिले के मोहम्मद याहिया का निर्णायक के रूप में चयन हुआ । प्रतियोगिता में बेहतर रेफरशिप का प्रदर्शन मोहम्मद याहिया ने किया। और रिफरी 3 की डिग्री हासिल की । ग्रेपलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के निदेशक बलविंदर सिंह और ग्रप्पलिंग एसोसिएशन ऑफ माध्य प्रदेश के सीक्रैटरी संजय पवार ने मोहम्मद याहिया को सम्मानित किया।