अक्सर विदेश जाकर पढ़ाई करने वाले लोग वहीं नौकरी का रास्ता चुनते हैं या वापस लौटकर व्यापार में लग जाते हैं। लेकिन भोपाल के हर्षित गोधा ने लंदन से बीबीए की पढ़ाई के बाद खेती करने का अनूठा निर्णय लिया। एवोकाडो की खेती का विचार उन्हें लंदन में एक पैकेट देखकर आया। इसके बाद, उन्होंने इजरायली किसानों से इस तकनीक को सीखा और 2019 में ‘इंडो इजरायल एवोकाडो’ कंपनी की स्थापना की।
हर्षित का लक्ष्य साफ था: भारत में एवोकाडो की खेती करना, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक फायदेमंद है। इसके उच्च मूल्य और मांग को देखते हुए, उन्होंने भोपाल के पास पांच एकड़ भूमि ली और वहां 1800 एवोकाडो के पौधे लगाए। शुरुआत में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसमें कोरोना महामारी के कारण पौधों का आयात में देरी शामिल थी। 2021 में, जब उन्होंने इजरायल से पौधे खरीदे, तब तक कीमतें बढ़ गईं।
अब, 2023 में लगाए गए पौधों में फल आना शुरू हो गए हैं। हर्षित अपने उत्पादों को पूरे देश में भेजते हैं और साथ ही अन्य किसानों को भी पौधे बेचकर उन्हें सलाह देते हैं। वकीलों के परिवार से आने वाले हर्षित का सपना अपने बगीचों को 100 एकड़ तक बढ़ाने का है, और वर्तमान में वे सालाना एक करोड़ रुपये कमा रहे हैं।