श्रीकृष्ण जन्माष्टमी देश के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। इसे जन्माष्टमी 2024: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी देश के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है।इसे भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर मनाया जाता है देश के विभिन्न हिस्सों में जन्माष्टमी की धूम देखने को मिलती है, लेकिन मथुरा में इसकी खास रौनक होती है। इस वर्ष मथुरा के मंदिर में श्रीकृष्ण का 5251वां जन्म महोत्सव मनाया जा रहा है, जिसमें परंपरागत रूप से ठाकुरजी की पूजा-अर्चना की जाएगी। इस बार ठाकुरजी पद्मकांति पुष्प बंगला में विराजेंगे। आइए जानते हैं क्या है पद्मकांति पुष्प बंगला और इसकी खासियत।
इस वर्ष 26 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जा रही है। बताया जा रहा है कि भगवान श्रीकृष्ण को इस अवसर पर पद्मकांति पुष्प बंगला में विराजित किया जाएगा। इस बंगले में भगवान के चिन्ह, जैसे गदा, कमल, शंख, और चक्र दिखाई देंगे। जन्माष्टमी के मौके पर श्रीकृष्ण सोम चंद्रिका पोशाक में नजर आएंगे।
इस बार मंदिर में खास सजावट की जा रही है, जहां गर्भगृह को कंस के कारागार के रूप में सजाया जा रहा है, ताकि भक्त द्वापर युग के अनुभव को महसूस कर सकें। ठाकुरजी दिव्य मुकुट धारण करेंगे, और भगवती योगमाया स्वर्ण मुकुट में भक्तों को दर्शन देंगी।
25 अगस्त की शाम को शोभायात्रा निकाली जाएगी, जिसमें घंटों, मंजीरों, मृदंग और डमरू की मंगल ध्वनि गूंजेगी। इसे अलौकिक शोभायात्रा कहा जाता है। अगले दिन 26 अगस्त को सुबह आरती होगी, जिसके बाद भगवान श्रीकृष्ण का पंचामृत से अभिषेक किया जाएगा। इसके बाद श्रीकृष्ण स्त्रोत पढ़े जाएंगे, राधा-कृष्ण पर कमल के पुष्प और तुलसीदल अर्पित किए जाएंगे, और वेद मंत्रों का पाठ किया जाएगा।