आवासों का आवंटन रेंडम तरीके से कंप्यूटर द्वारा किया जाएगा, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि आवंटन पूरी तरह से निष्पक्ष हो। आवंटन होते ही संबंधित कर्मचारियों को आदेश मेल और मैसेज के माध्यम से भेज दिए जाएंगे।
इस नए ऑनलाइन सिस्टम के तहत, कर्मचारियों के ट्रांसफर या सेवानिवृत्ति की जानकारी भी ऑटोमैटिक रूप से पोर्टल पर अपडेट हो जाएगी। पहले, आवंटन मैन्युअल रूप से किया जाता था, जिससे कई बार आवासों के आवंटन में पक्षपात के आरोप लगते थे। लेकिन अब, इस प्रक्रिया को पूरी तरह से पारदर्शी बनाने के लिए सॉफ्टवेयर का उपयोग किया जाएगा।
अभी एफ, जी, एच, और आई टाइप के आवासों को इस प्रक्रिया में शामिल किया गया है, और भविष्य में सभी प्रकार के सरकारी आवास इसमें जोड़े जाएंगे। आवंटन के समय कर्मचारियों को आवास की लोकेशन और स्थिति की जानकारी भी जीआईएस और जियो टैगिंग के माध्यम से मिल जाएगी।
गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव एसएन मिश्रा ने बताया कि आवास आवंटन की पूरी प्रक्रिया तैयार है और जल्द ही इसे लागू किया जाएगा।