Monkeypox Alert:
मंकीपॉक्स का फैलाव:
मंकीपॉक्स एक वायरल इंफेक्शन है जो संक्रमित व्यक्ति या वस्तु से फैल सकता है। इसमें शरीर पर दाने, ठंड लगना और बुखार जैसे लक्षण दिखते हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इससे बचाव के लिए मास्क पहनना चाहिए और संक्रमित मरीज द्वारा इस्तेमाल किए गए कपड़े, चादर या तौलिए का उपयोग नहीं करना चाहिए। यदि लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
स्वास्थ्य मंत्रालय की तैयारी:
स्वास्थ्य मंत्रालय ने संदिग्ध मरीज की जानकारी फिलहाल साझा नहीं की है, लेकिन उसने कहा है कि मरीज की हालत स्थिर है और उसे आइसोलेशन में रखा गया है। उसकी निगरानी 24 घंटे की जा रही है और उसकी नियमित जांच की जा रही है। मरीज के नमूने की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति की स्पष्टता होगी। फिलहाल, मरीज के संपर्क में आए लोगों की भी जांच की जा रही है।
मंकीपॉक्स की स्थिति:
मंकीपॉक्स का सबसे ज्यादा प्रभाव मध्य और पश्चिमी अफ्रीका में देखा गया है। अब तक कांगो में इसके करीब 18,000 संदिग्ध मामले सामने आ चुके हैं। भारत में इसका संदिग्ध मामला सामने आने से देश में हड़कंप मच गया है और स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
बचे रहने के उपाय:
स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से मंकीपॉक्स से बचाव के लिए सभी जरूरी प्रोटोकॉल का पालन करने का निर्देश दिया है। मास्क पहनना, साफ-सफाई बनाए रखना और संक्रमित वस्तुओं का इस्तेमाल न करना इन उपायों में शामिल हैं।
निष्कर्ष:
देश में मंकीपॉक्स के संदिग्ध मरीज के सामने आने से स्वास्थ्य मंत्रालय ने तत्परता से कदम उठाए हैं। लोगों को इस बीमारी से बचाव के लिए जरूरी सावधानी बरतनी चाहिए और किसी भी संदिग्ध लक्षण के मामले में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।