छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में एल्यूमिना रिफाइनरी में हॉपर गिरने की घटना अत्यंत दुखद रही। इस घटना में चार श्रमिकों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। घटना रघुनाथपुर पुलिस चौकी के अंतर्गत सिलसिला गांव स्थित मां कुदरगढ़ी मिनरल्स एंड रिफ्रैक्टरी प्राइवेट लिमिटेड में रविवार को हुई थी।
कंपनी प्रबंधन ने मारे गए श्रमिकों के परिजनों को 15-15 लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है। इसके अलावा, जिला प्रशासन ने निर्देश दिया है कि प्राधिकरण से अनुमति लिए बिना फैक्टरी का संचालन फिर से शुरू नहीं किया जा सकता। यह कदम सुरक्षा मानकों की पुष्टि और भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए उठाया गया है।
सरगुजा जिले के कलेक्टर भास्कर विलास संदीपन ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देश पर घटना स्थल का दौरा किया। फैक्टरी में बॉक्साइट को एल्यूमिना में परिष्कृत किया जाता है, जिसका उपयोग एल्युमिनियम बनाने में किया जाता है।
जांच दल का गठन घटना की गंभीरता को देखते हुए किया गया था ताकि सही कारणों की पहचान की जा सके और सुरक्षा मानकों की समीक्षा की जा सके। कलेक्टर ने फैक्टरी का दौरा किया और घटनास्थल का जायजा लिया, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा सकें।
जिलाधिकारी भास्कर विलास संदीपन ने विज्ञप्ति में जानकारी दी कि कंपनी चार मृतकों के परिजनों को 15-15 लाख रुपये और घायलों को तीन-तीन लाख रुपये का मुआवजा देगी। आज कंपनी के अधिकारी प्रशासन के सामने संबंधित व्यक्तियों को मुआवजा राशि सौंपेंगे।उन्होंने यह भी बताया कि प्रशासन की अनुमति के बिना फैक्टरी का संचालन फिर से शुरू नहीं किया जा सकता। पुलिस ने घटना के संबंध में एल्युमिना रिफाइनरी के महाप्रबंधक समेत छह लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
अधिकारियों ने बताया कि एल्युमिना रिफाइनरी के महाप्रबंधक राजकुमार सिंह, पर्यवेक्षक रंजीत चौधरी, उत्पादन प्रबंधक तेज मालानी, बॉयलर प्रभारी बीके मिश्रा, ठेकेदार विपिन मिश्रा, बॉयलर प्रभारी राकेश कुमार और कंपनी के अन्य जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई घटना की गंभीरता और संबंधित लोगों की जिम्मेदारी की जांच के लिए की गई है।