Australia New Law: ऑस्ट्रेलिया ने 16 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाया
Australia New Law: ऑस्ट्रेलिया ने 16 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाने वाला कानून पारित किया है, और इस प्रकार यह ऐसा करने वाला पहला देश बन गया है। यह कानून एक गहन और भावनात्मक राष्ट्रीय बहस के बाद लागू हुआ है और एक सख्त मिसाल पेश करता है, जो मेटा (फेसबुक और इंस्टाग्राम) और टिकटॉक जैसी कंपनियों को 16 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को अपने प्लेटफॉर्म पर लॉग इन करने से रोकने के लिए मजबूर करेगा। अगर इन कंपनियों ने इस कानून का पालन नहीं किया तो उन पर 49.5 मिलियन ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (32 मिलियन अमेरिकी डॉलर) तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। यह प्रतिबंध जनवरी से शुरू होने वाले परीक्षण अवधि के बाद लागू होगा और एक साल में पूरी तरह से प्रभावी होगा।
मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव
सोशल मीडिया का बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालने का कई अध्ययनों में प्रमाणित किया गया है। इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्मों का अत्यधिक उपयोग युवाओं में चिंता, अवसाद और आत्म-सम्मान में कमी का कारण बन सकता है। 2021 में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, जो किशोर सोशल मीडिया पर तीन घंटे से अधिक समय बिताते हैं, उनमें मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं जैसे कि अवसाद और चिंता का खतरा बढ़ जाता है। सोशल मीडिया पर प्रतिबंध से बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य में सुधार की संभावना है।
नींद की गुणवत्ता में सुधार
सोशल मीडिया का अधिक उपयोग बच्चों के स्क्रीन टाइम को बढ़ाता है, जिससे उनकी नींद की गुणवत्ता पर बुरा असर पड़ता है। देर रात तक सोशल मीडिया पर लगातार स्क्रॉल करने से नींद की घंंटे घट जाते हैं, और रात में स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी मेलाटोनिन हार्मोन के उत्पादन को प्रभावित करती है, जो अच्छी नींद के लिए आवश्यक है। स्क्रीन टाइम कम करने से किशोरों को समय पर सोने में मदद मिल सकती है और वे नींद से संबंधित समस्याओं से बच सकते हैं।
मोटापे के मुद्दों का समाधान
स्क्रीन टाइम के अधिक उपयोग का मतलब है कम शारीरिक गतिविधि। सोशल मीडिया की लत के कारण बच्चे घंटों तक प्लेटफॉर्म्स पर लगे रहते हैं, जिससे शारीरिक गतिविधि में कमी आती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, बच्चों को रोज कम से कम एक घंटे की शारीरिक गतिविधि करनी चाहिए। स्क्रीन टाइम कम करने से बच्चों को बाहर खेल कूद में भाग लेने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे मोटापे से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं में कमी आ सकती है।
सहकर्मी दबाव में कमी
किशोरावस्था में बच्चों को सहकर्मी दबाव का सामना करना पड़ता है, और वे ऑनलाइन देखी गई चीजों से प्रभावित हो सकते हैं। सोशल मीडिया का उपयोग न करने से यह दबाव कम हो सकता है। सोशल मीडिया पर रिश्तों, दोस्ती और पहचान को लेकर जो ग़लतफहमियाँ पैदा होती हैं, उन्हें भी इस प्रतिबंध के द्वारा रोका जा सकता है, जिससे बच्चे एक वास्तविक और स्वस्थ दृष्टिकोण विकसित कर सकते हैं।
यह कदम ऑस्ट्रेलिया के बच्चों के लिए सोशल मीडिया के नकारात्मक प्रभावों को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में सामने आया है।