मध्य प्रदेश के शातिर चोरों ने ICICI प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस के दफ्तर में चोरी कर एक नई तरह की घटना को अंजाम दिया है। चोरी के बाद चोरों ने बैंक को एक पत्र के माध्यम से धमकी दी है, जिसमें उन्होंने दोबारा चोरी करने की चेतावनी दी है। खास बात यह है कि यह धमकी पुलिस को सूचना न देने की नहीं, बल्कि फिर से चोरी करने को लेकर है। इस अनोखी धमकी ने पुलिस को भी चौंका दिया है और अब पुलिस मामले की गहन छानबीन में जुट गई है।
ग्वालियर के विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के सिटी सेंटर इलाके में स्थित ICICI प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस के ऑफिस में एक चौंकाने वाली चोरी की वारदात हुई है। रविवार सुबह जब सिक्योरिटी गार्ड ऑफिस पहुंचा, तो उसने देखा कि ताले टूटे हुए हैं। ताले टूटे देख उसे तुरंत समझ आ गया कि अंदर चोरी हो चुकी है। गार्ड ने तुरंत इस घटना की जानकारी ऑफिस हेड मनोज गोयल और विश्वविद्यालय थाना पुलिस को दी।
ICICI प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस के ऑफिस में हुई चोरी की जानकारी मिलने पर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट की मदद से जांच शुरू की। जांच में पता चला कि चोर ऑफिस से दो लैपटॉप, CCTV कैमरों की DVR और कुछ अन्य सामान चुराकर ले गए थे। पुलिस अभी मामले की तहकीकात कर ही रही थी कि तभी ब्रांच हेड की टेबल पर एक धमकी भरा लेटर मिला। जब बैंक के अधिकारी और पुलिस ने उस लेटर को पढ़ा, तो सभी हैरान रह गए, क्योंकि इसमें चोरों ने दोबारा चोरी करने की धमकी दी थी।
इस पत्र में चोरों ने धमकी देते हुए लिखा था, “जिन लड़कों का पेमेंट सिक्योरिटी कंपनी ने अटकाया है, अब कंपनी को छह गुना पैसा देना होगा। निजी कंपनी के सुपरवाइजर कुलदीप और सनराइज कंपनी के सुपरवाइजर को दो लाख रुपये लेकर घाटीगांव स्थित एनएच-46 के खंबे के पास रात ठीक 9 बजे रखने होंगे। अगर पैसे रख दिए जाते हैं, तो कंपनी के लैपटॉप सोमवार रात 8 बजे तक वापस कर दिए जाएंगे। लेकिन अगर रुपये नहीं आए, तो कोचिंग के ताले तोड़ दिए जाएंगे।”
धमकी भरे इस लेटर में चोरों ने स्पष्ट रूप से कंपनी को चेतावनी दी है कि अगर मांगे गए रुपये नहीं दिए गए, तो इसके परिणामों की जिम्मेदारी कंपनी की होगी। इसके साथ ही, लेटर में कंपनी के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। चोरों ने दावा किया कि कंपनी के अधिकारी नए ज्वाइन होने वाले कर्मचारियों से शराब के लिए पैसे लेते हैं, उन्हें नौकरों की तरह सिगरेट और अन्य सामान मंगवाने पर मजबूर करते हैं, और जब काम हो जाता है, तो उन्हें बिना कारण हटा देते हैं। चोरों ने धमकी दी है कि इन सभी कृत्यों की शिकायत कंपनी के हेड ऑफिस में की जाएगी।