जम्मू-कश्मीर से बड़ी खबर आई है कि श्री माता वैष्णो देवी भवन मार्ग पर पंछी हेलीपैड के पास आज भूस्खलन हुआ, जिसमें तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई। कुछ श्रद्धालुओं के घायल होने की भी सूचना है। इस घटना के तुरंत बाद माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। मलबे में अभी भी कई तीर्थयात्रियों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है।
पिछले दो दिनों से वैष्णो देवी में भारी बारिश हो रही थी, जो भूस्खलन का मुख्य कारण मानी जा रही है। स्थानीय लोगों के अनुसार, खराब मौसम और मूसलधार बारिश की वजह से भूस्खलन हुआ है। हिमकोट में रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी है।
पहाड़ से गिरे पत्थर
माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने घटना की पुष्टि की और कहा कि सूचना मिलते ही आपदा प्रबंधन की टीम मौके पर पहुंच गई और बचाव अभियान शुरू कर दिया गया। हादसे का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें ट्रैक पर गिरे मलबे को देखा जा सकता है। बोर्ड ने बताया कि श्री माता वैष्णो देवी श्राइन ट्रैक पर पहाड़ से पत्थर गिरने और भूस्खलन की घटना हुई है। आपदा प्रबंधन टीम मौके पर पहुंच गई है।
मौसम विभाग की भविष्यवाणी
मौसम विभाग ने रविवार को जम्मू और कश्मीर में 12 सितंबर तक शुष्क मौसम की भविष्यवाणी की थी। हालांकि, कुछ स्थानों पर बारिश के छोटे दौर की संभावना भी जताई थी। इससे पहले सोमवार को भारी बारिश के कारण उत्तराखंड के चमोली जिले में बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग कई स्थानों पर अवरुद्ध हो गया।
जिला आपदा प्रबंधन केंद्र ने पीटीआई को बताया कि पगलनाला, पटलगंगा और नंदप्रयाग में राजमार्ग अवरुद्ध हो गया है और इसे खोलने के प्रयास जारी हैं। इसके अलावा, सिमली बाजार में सात दुकानें भूस्खलन के मलबे से क्षतिग्रस्त हो गई हैं।